अमावस्या के दिन इन चीजों को घर लाना मानते हैं अशुभ

अमावस्या के दिन इन चीजों को घर लाना मानते हैं अशुभ – हरियाली अमावस्या से क्या मतलब है, हरियाली अमावस कब है और कितनी तारीख को है, इस माह की अमावस्या कब है, अप्रैल में अमावस्या कब है, अमावस्या है या नहीं, अमावस्या कब है 2022 अप्रैल में, अमावस्या के दिन धन लाभ के उपाय, अमावस्या के दिन क्या करें क्या ना करें, अमावस्या के दिन क्या नहीं करना चाहिए, अमावस्या के दिन बाल धोने चाहिए या नहीं, अमावस्या के दिन शादी क्यों नहीं होती है, सोमवती अमावस्या के दिन क्या करना चाहिए, सोमवती अमावस्या के दिन क्या खाना चाहिए, अमावस्या के दिन सिंदूर लगाना चाहिए कि नहीं, अमावस्या के दिन इन चीजों को घर लाना मानते हैं अशुभ,

अमावस्या के दिन इन चीजों को घर लाना मानते हैं अशुभ

वैशाख अमावस्या के दिन शनिवार होने के कारण शनि अमावस्या (Shani Amavasya) है, जिसे शनिश्चरी अमावस्या भी कहते हैं हर माह के कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि को अमवास्या होती है इस तिथि को कृष्ण पक्ष का समापन होता है और अगली तिथि से शुक्ल पक्ष प्रारंभ होता है इस बार शनि अमावस्या पर सूर्य ग्रहण (Surya Grahan) भी लग रहा है, जो साल 2022 का पहला सूर्य ग्रहण है 30 अप्रैल को देर रात सवा बारह बजे से लगेगा हालां​कि भारत में आंशिक सूर्य ग्रहण होने के कारण सूतक काल मान्य नहीं होगा |

हिंदू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, साल में कुल 12 अमावस्या आती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के दिन महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए व्रत रखती हैं।

हिंदू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व है। हिंदू पंचांग के अनुसार, साल में कुल 12 अमावस्या आती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के दिन महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए व्रत रखती हैं। इस दिन पितरों का तर्पण, दान और स्नान का भी विशेष महत्व होता है। जानिए साल 2022 में पड़ने वाली अमावस्या तिथि की पूरी लिस्ट

अमावस्या का महत्व –
अमावस्या तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है। ऐसे में इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है। इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए तर्पण भी किया जाता है। अमावस्या तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व होता है। नदी में स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य देकर पितरों का तर्पण किया जाता है।

साल 2022 में कब-कब है अमावस्या –
1. पौष अमावस्या- 2 जनवरी 2022
2. माघ अमावस्या- 1 फरवरी 2022
3. फाल्गुन अमावस्या- 2 मार्च 2022
4. चैत्र अमावस्या- 1 अप्रैल 2022
5. वैशाख अमावस्या- 30 अप्रैल 2022
6. ज्येष्ठ अमावस्या- 30 मई 2022
7. आषाढ़ अमावस्या- 29 जून 2022
8. श्रावणी अमावस्या- 28 जुलाई 2022
9. भाद्रपद अमावस्या- 27 अगस्त 2022
10. आश्विन अमावस्या- 25 सितंबर 2022
11. कार्तिक अमावस्या- 25 अक्टूबर 2022
12. मार्गशीर्ष अमावस्या- 23 नवंबर 2022
13. पौष अमावस्या- 23 दिसंबर 2022

शनि अमावस्या तिथि 2022 –
पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि 29 अप्रैल को देर रात 12:57 बजे से शुरु हो रही है, जो 30 अप्रैल दिन शनिवार को देर रात 01:57 बजे तक रहेगी. उदयातिथि के आधार पर वैशाख अमावस्या या शनि अमावस्या 30 अप्रैल को मनाई जाएगी |

अमावस्या का स्नान-दान मुहूर्त –
शनि अमावस्या के दिन 30 अप्रैल को प्रात: काल से ही प्रीति योग है, जो 03:20 पीएम तक रहेगा. उसके बाद से आयुष्मान योग शुरु हो जाएगाअश्विनी नक्षत्र भी रात 08 बजकर 13 मिनट तक है ये योग और नक्षत्र मांगलिक कार्यों के लिए शुभ माने जाते हैं, इसलिए आप शनि अमावस्या के दिन सुबह से स्नान और दान कर सकते हैं |

अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है इस दिन पितरों की भी पूजा करते हैं अमावस्या के दिन पिंडदान, तर्पण, श्राद्ध कर्म आदि करने से पितरों की आत्मा तृप्त होती है और वे प्रसन्न होते हैं |

शनि अमावस्या का महत्व –
शनि अमावस्या के दिन आपको कर्मफलदाता शनि देव की पूजा अर्चना करनी चाहिए. सुबह स्नान और दान के बाद किसी शनि मंदिर में जाकर शनि देव की पूजा करें उनको काला या नीला वस्त्र, नीले फूल, काला तिल, सरसों का तेल आदि अर्पित करना चा​हिए जिन पर साढ़ेसाती या ढैय्या का प्रभाव है, उनको छाया दान करना चाहिए |

इस दिन आप गरीब और जरूरतमंद लोगों को छाता, जूते-चप्पल, उड़द की दाल, काला तिल, सरसों का तेल, शनि चालीसा आदि का दान करना चाहिए गरीबों को भोजन कराने और असहाय लोगों की मदद करने से भी शनि देव प्रसन्न होते हैं इस दिन आप शनि देव के मंत्रों का जाप करके भी उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं |

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