एक या दो नहीं, भारत के इन चार फॉसिल पार्क के बारे में जानिए:- नमस्कार मित्रों आज हम बात करेंगे एक या दो नहीं, भारत के इन चार फॉसिल पार्क के बारे में जानिए के बारे में फॉसिल्स के बारे में सुनना व जानना स्वयं में एक रोमांचक अनुभव है। अक्सर हम जानवरों, पौधों और यहां तक कि मनुष्यों के फॉसिल्स के बारे में सुनते हैं और उन्हें अपनी आंखों से देखना चाहते हैं। ऐसा करना हर किसी के लिए संभव नहीं है। दरअसल, खुदाई से निकले फॉसिल्स या जीवाश्मों को पुरातत्व विभाग सहेजकर रखता है। लेकिन अब आपकी यह इच्छा पूरी हो सकती है। दरअसल, भारत में एक या दो नहीं, बल्कि कई फॉसिल पार्क मौजूद हैं। जहां पर आप एक अलग एक्सपीरियंस ले सकते हैं। मध्यप्रदेश से लेकर गुजरात तक स्थित इन फॉसिल पार्क में घूमने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। तो आइए हम जानते हैं इस आर्टिकल में विस्तार से.
नेशनल फॉसिल वुड पार्क, तमिलनाडु
- नेशनल फॉसिल वुड पार्क तमिलनाडु के विल्लुपुरम के तिरुवक्कराई गांव में स्थित है
- नेशनल फॉसिल वुड पार्क एक अनूठा पार्क है
- जिसमें लगभग 20 मिलियन वर्ष पुराने लकड़ी के जीवाश्म शामिल हैं
- पार्क में 200 पेट्रीफाइड लकड़ी के फॉसिल्स हैं
- एंजियोस्पर्म से पहले इन गैर-फूलों वाले पेड़ों का भूमि पर मौजूद थे
- यहां, मियो-प्लियोसीन युग से कुड्डालोर बलुआ पत्थर में क्षैतिज रूप से 200 फॉसिल पेड़ रखे गए हैं
मंडला प्लांट फॉसिल्स नेशनल पार्क, मध्य प्रदेश
- मंडला प्लांट फॉसिल्स नेशनल पार्क मध्य प्रदेश के मंडला जिले में है
- मंडला प्लांट फॉसिल्स नेशनल पार्क में पेड़ों और पौधों के जीवाश्म हैं
- जो लगभग 40 मिलियन से 150 मिलियन वर्ष पहले भारत में मौजूद थे
- इन पेड़ों के फॉसिल्स मंडला जिले के कई गांवों में फैले हुए थे
- इस पार्क में जीवाश्म पर्वतारोहियों, पौधों, फूलों, बीजों और फलों के हैं
- यहां मोलस्क के जीवाश्म भी पाए जाते हैं
- यह क्षेत्र नर्मदा नदी के बेसिन में आता है
- यह एक तटीय क्षेत्र था जो भूगर्भीय डिस्टर्बेंस के कारण अलग हो गया था
- यदि वनस्पति विज्ञान या इतिहास में आपकी रुचि है
- तो इस पार्क को आपकी बकेट लिस्ट में स्थान बनाना चाहिए
इंद्रोदा डायनासोर और फॉसिल पार्क, गुजरात
- यह इन्ड्रोडा डायनासोर और फॉसिल पार्क गांधीनगर में 4 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है गुजरात
- इकोलॉजिकल एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन द्वारा संचालित, डायनासोर पार्क देश में अपनी तरह का एकमात्र पार्क है
- पार्क में एक चिड़ियाघर, बोटेनिकल गार्डन, एम्फीथिएटर और कैंपिंग फैसिलिटीज हैं
- यहां पर आपको समुद्री स्तनधारियों के विशाल कंकाल भी देखने का मौका मिल जाएगा
- इस पार्क का नाम ’इंडियाज जुरासिक पार्क’ है
- यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा डायनासोर हैचरी भी है
- यहां पर घूमने का अपना एक अलग ही एक्सपीरियंस है
शिवालिक फॉसिल पार्क, हिमाचल प्रदेश
- शिवालिक फॉसिल पार्क 1.5 वर्ग किलोमीटर के एक हिस्से में बनाया गया था
- शिवालिक फॉसिल पार्क जिसे सुकेती फॉसिल पार्क भी कहा जाता है
- एशियाई महाद्वीप के सबसे बड़े फॉसिल्स पार्कों में से एक है
- इस क्षेत्र में पाए गए कई नमूने अब अमेरिकी म्यूजियम इतिहास संग्रहालय, ब्रिटिश संग्रहालय के साथ-साथ
- कोलकाता में भारतीय संग्रहालय के कब्जे में हैं।
- शिवालिक फॉसिल पार्क में प्रागैतिहासिक जानवरों के जीवाश्म अवशेष हैं
- जो हिमाचल प्रदेश के शिवालिक पर्वत श्रृंखला में रहते थे
- पार्क में टहलकर आप एक लाख साल पीछे चले जाएंगे
- इसके अतिरिक्त, पार्क में एक म्यूजियम भी है
- जिसमें जानवरों की खोपड़ी, चित्रों, हड्डियों का कलेक्शन भी है
Conclusion:- मित्रों आज के इस आर्टिकल में एक या दो नहीं, भारत के इन चार फॉसिल पार्क के बारे में जानिए के बारे में कभी विस्तार से बताया है। तो हमें ऐसा लग रहा है की हमारे द्वारा दी गये जानकारी आप को अच्छी लगी होगी तो इस आर्टिकल के बारे में आपकी कोई भी राय है, तो आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं। ऐसे ही इंटरेस्टिंग पोस्ट पढ़ने के लिए बने रहे हमारी साइबारिश के मौसम में हर घुमक्कड़ को इन रोड ट्रिप का लुत्फ़ उठाना चाहिएट TripFunda.in के साथ (धन्यवाद)
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Very good thank you sir