क्या आप जानते हैं काशी से जुड़े इन रहस्यों के बारे में:- नमस्कार मित्रों आज हम बात करेंगे क्या आप जानते हैं काशी से जुड़े इन रहस्यों के बारे में काशी उर्फ बनारस, एक ऐसा शहर जिसने प्राचीन सभ्यता को देखा है। बनारस को दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक माना जाता है और ऐसा दावा किया जाता है कि इसे रोम से भी पहले बसाया गया था। काशी को लेकर बहुत सारी बातें की जाती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस प्राचीन से जुड़े पौराणिक रहस्य क्या हैं तो आइए हम जानते हैं इस आर्टिकल में विस्तार से.
बीमारी दूर करने वाला पानी
- बनारस में एक धनवंतरी कूप है जो मृत्युंजय महादेव मंदिर के पास है
- अगर कोई इस कूप का पानी 45 दिनों तक पी लेता है
- तो उसकी बीमारी ठीक हो जाती है
- वैद्य धनवंतरी ने इस कूप में कई सालों तक तपस्या की थी
- उनकी तपस्या के कारण ही ऐसा फल मिलता है
- इस पानी की खासियत ये है कि आठ घाट में आठ अलग स्वाद का पानी है
हिंदू धर्म की स्थापना
- काशि से ही हिंदू धर्म की स्थापना हुई थी
- यही संस्कृति का केंद्र है
- इस शहर में मुस्लिम, जैन, पारसी, यहूदी, जापानी बौद्ध आदि लोग रहते हैं
बिना काल भैरव के दर्शन पूरा नहीं होता मोक्ष
- काल भैरव को बनारस का चौकीदार माना जाता है
- काल भैरव का मंदिर काफी छोटा है
- लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि इसकी मान्यता भी छोटी है
- काल भैरव के दर्शन के बिना आत्मा का स्वर्ग में जाने का रास्ता पूरा नहीं हो पाता है
- अगर किसी को मोक्ष चाहिए तो उसके लिए काल भैरव के दर्शन जरूरी है
पाताल लोक से आते हुए पानी का रहस्य
- बनारस के एक और रहस्य में शुमार है लोलार्क कुंड का पानी
- इसमें पानी ना तो बारिश से आता है
- ना ही किसी तालाब या जलस्त्रोत से
- इस कुंड का पानी पाताल लोक से भरता है
- स्कंद पुराण में भी इसका जिक्र है और सूर्य कुंड भी इसे कहा जाता है
- शुक्ल पक्ष के भाद्रपद में इस कुंड में सूरज की किरणें पड़ती हैं
- बालासन योग जैसी आकृति पड़ती है
- जो महिला इस समय यहां नहाती है उसे संतान सुख प्राप्त होता है
बनारस को मानव शरीर की तरह बनाया गया है
- ये बनारस से जुड़े सबसे अनोखे रहस्य में से एक है
- बनारस को मानव शरीर की तरह बनाया गया है
- यहां पर मान्यता के अनुसार 72 हज़ार शक्ति स्थलों यानी मंदिरों का निर्माण किया था
- मानव शरीर में भी इतनी ही नाड़ी होती है
- दरअसल, अलग-अलग मंदिरों में काशी में कई सारे कोने बनाए गए और ऐसा माना जाता है कि ये सभी जुड़कर 72000 हो जाएंगे।
काशी से जुड़ी पौराणिक मान्यता
- काशी से जुड़ी सबसे पुरानी मान्यता ये है
- इस नगरी को शिव के त्रिशूल पर बसाया गया है
- शिव ने अपने त्रिशूल को सामने किया और उसके बाद काशी नगरी का निर्माण हुआ
- इस नगरी को हिंदू धर्म के लिए बहुत विशेष माना जाता है
सप्तऋषि पूजा का रहस्य
- सदगुरू ने अपने एक भाषण में बताया था
- स्वयं भगवान शिव ने सप्तऋषि पूजा का रहस्य ऋषियों को बताया था
- पहली पूजा भी इसी तरह से हुई थी
- आने वाले काल में इस पूजा की विधि तो सबने समझ ली
- लेकिन इसका अर्थ कोई नहीं समझ पाया। ये पूजा किस लिए की जाती है
- इस सवाल का जवाब कई लोग गोल-गोल देंगे
- लेकिन असल में इसका राज़ शिव और असल सप्तऋषियों को ही पता था
महादेव का निवास स्थान
- महादेव को काशी स्थान इतना प्रिय है
- कि उन्होंने विष्णु जी से इसे अपने निजी स्थान बनाने के लिए मांग लिया और तब से ही महादेव काशी में निवास करते हैं
काशी के हैं कई नाम
- काशी, बनारस और वाराणसी को ही लोग जानते हैं
- लेकिन असल मायने में प्राचीन काल में इसके कई नाम हुआ करते थे
- अविमुक्ता, आनंदवन, रुद्रावास, महाशमशान कई लोग ये नहीं जानते, लेकिन इसे मोक्ष का शहर माना जाता है
- इसे महाशमशान नाम भी दिया गया था
Conclusion:- मित्रों आज के इस आर्टिकल में क्या आप जानते हैं काशी से जुड़े इन रहस्यों के बारे में कभी विस्तार से बताया है। तो हमें ऐसा लग रहा है की हमारे द्वारा दी गये जानकारी आप को अच्छी लगी होगी तो इस आर्टिकल के बारे में आपकी कोई भी राय है, तो आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं। ऐसे ही इंटरेस्टिंग पोस्ट पढ़ने के लिए बने रहे हमारी साइबारिश के मौसम में हर घुमक्कड़ को इन रोड ट्रिप का लुत्फ़ उठाना चाहिएट TripFunda.in के साथ (धन्यवाद)
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