राणा अमर सिंह कौन थे

राणा अमर सिंह के कितने पुत्र थे, अमर सिंह के पुत्र का नाम, महाराणा अमर सिंह के कितने पुत्र थे, अमर सिंह राठौड़ का इतिहास, अमर सिंह की बेटी, अमर सिंह ने किस मुगल सूबेदार के परिवार को बंदी बनाया, अमर सिंह वाइफ, अमर सिंह के पिता का नाम, राणा अमर सिंह कौन थे,

राणा अमर सिंह कौन थे

राणा अमर सिंह 1597 – 1620 ई० मेवाड़ के शिशोदिया राजवंश के शासक थे वे महाराणा प्रताप के पुत्र तथा महाराणा उदयसिंह के पौत्र थे।

राजस्थान की इस धरती पर वीर तो अनेक हुये है :–
प्रथ्वीराज, महाराणा सांगा, महाराणा प्रताप, दुर्गादास राठौड़, जयमल मेडतिया आदि पर अमर सिंह राठौड़ की वीरता एक विशिष्ट थी उनमें शौर्य, पराक्रम की पराकाष्ठा के साथ रोमांच के तत्व विधमान थे उसने अपनी आन-बान के लिए ३१ वर्ष की आयु में ही अपनी इहलीला समाप्त कर ली |
आत्म-सम्मान की रक्षार्थ मरने की इस घटना को जन-जन का समर्थन मिला सभी ने अमर सिंह के शौर्य की सराहना की साहित्यकारों को एक खजाना मिल गया रचनाधारियों के अलावा कलाकारों ने एक ओर जहाँ कटपुतली का मंचन कर अमर सिंह की जीवन गाथा को जन-जन प्रदर्शित करने का उल्लेखनीय कार्य किया वहीं दूसरी ओर ख्याल खेलने वालों ने अमर सिंह के जीवन-मूल्यों का अभिनय बड़ी खूबी से किया रचनाधर्मियों और कलाकारों के संयुक्त प्रयासों से अमरसिंह जन-जन का हृदय सम्राट बन गया |”

प्रारंभिक जीवन और राज्याभिषेक :-
अमर सिंह महाराणा प्रताप के सबसे बड़े पुत्र थे उनका परिवार मेवाड़ के शाही परिवार का सिसोदिया राजपूत था उनका जन्म चित्तौड़ में 16 मार्च 1559 को महाराणा प्रताप और महारानी अजबदे पुंवर के घर हुआ था उसी वर्ष, जब उदयपुर की नींव उनके दादा उदय सिंह द्वितीय ने रखी थी महाराणा प्रताप ने 19 जनवरी 1597 को अपनी मृत्यु के बाद अमर सिंह उत्तराधिकारी बनाया और 26 जनवरी 1620 को अपनी मृत्यु तक मेवाड़ के शासक रहे।

यह भी पढ़े : अजमेर के प्रमुख गार्डन 

लोकप्रिय संस्कृति में स्मरण :-
अमर सिंह राठौड़ को असाधारण शक्ति, इच्छा और स्वतंत्रता का प्रतीक माना जाता है न ही डर, न ही लालच अपने फैसले को प्रभावित करने में सक्षम थे वह एक स्वतंत्र व्यक्ति के रूप में अमर सिंह राठौर वीरगति को प्राप्त हुए और बल्ला चंपावत की बहादुरी अभी भी राजस्थान में लोकगीतों और आगरा के आसपास याद है अमर सिंह पर आधारित एक हिंदी फिल्म 1970 में वीर अमर सिंह राठौड़ नामक फिल्म बनाई गई थी और राधाकांत द्वारा निर्देशित थी देव कुमार, कुमकुम और ज़ब्बा रहमान, ब्लैक एंड व्हाईट में फिल्म के प्रमुख अभिनेता थे एक गुजराती फिल्म को एक ही विषय पर बनाया गया था और मुख्य भूमिका गुजराती सुपर स्टार उपेंद्र त्रिवेदी ने की थी आगरा के किले का एक द्वार उन्हें अमर सिंह गेट के रूप में नामित किया गया जो आगरा में एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है।

अमर सिंह राठौड़ की वीरता सर्वविदित है ये जोधपुर के महाराजा गज सिंह के ज्येष्ठ पुत्र थे जिनका जन्म रानी मनसुख दे की कोख से वि.स.1670.12 दिसम्बर 1616 को हुआ था अमर सिंह बचपन से ही बड़े उद्दंड,चंचल,उग्रस्वभाव व अभिमानी थे जिस कारण महाराजा ने इन्हें देश निकाला की आज्ञा दे जोधपुर राज्य के उत्तराधिकार से वंचित कर दिया था उनकी शिक्षा राजसी वातावरण में होने के फलस्वरूप उनमे उच्चस्तरीय खानदान के सारे गुण विद्यमान थे और उनकी वीरता की कीर्ति चारों और फ़ैल चुकी थी 19 वर्ष की आयु में ही वे राजस्थान के कई रजा-महाराजाओं की पुत्रियों के साथ विवाह बंधन में बाँध चुके थे |

राजस्थान के सम्राट

Leave a Comment