चनऊ जाति का इतिहास

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चनऊ महा सभा जिला इकाई की बैठक कुशहर स्थित आरआर कॉलेज परिसर में पूर्व जिप सदस्य अजबलाल चौधरी की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान कॉलेज प्राचार्य उमेशनंदन ¨सह ने चनऊ जाति के उत्थान के लिए आपसी एकजुटता एवं सामूहिक प्रयास को जरूरी बताया। बैठक में निर्णय लिया गया कि सरकार से मांग की जाएगी कि शिक्षा, व्यवसाय, आर्थिक एवं राजनीतिक रुप से पिछड़े चनऊ जाति को पिछड़ा वर्ग में शामिल किया जाए। वहीं पटना चलो और अधिकार छीनो रैली पर भी विमर्श किया गया। इस दौरान जदयू जिलाध्यक्ष रामएकबाल राय क्रांति ने सरकार से उक्त अधिकार दिलाने का आश्वसन दिया। वहीं पूर्व जिप सदस्य अजबलाल चौधरी एवं प्रो. राजकुमार राय ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन सलेमपुर मुखिया पति मनोज कुमार ¨सह ने किया। वहीं मुख्य अतिथि कुमार जयंत ने कहा कि परिस्थितियाँ खुद ब खुद नेता पैदा करती है। बताया कि अभी तक चनऊ जाति का सर्वे नहीं किया गया जो अन्याय है कहा कि समाज को इकट्ठा होने की जरूरत है वहीं समाज में एकता कायम करने पर बल दिया। इस दौरान चनऊ नवयुवक टीम का गठन किया गया जिसमें हेमन्त कुमार, राजीव कुमार, सुधांशु कुमार,धर्मवीर कुमार, रामप्रवेश राय, राकेश चौधरी, एवं दिलीप कुमार सहित 11 युवकों के नाम शामिल हैं। चनऊ महासभा में रामलगन राय, दीपक कुमार, अर¨वद कुमार, संजीव कुमार, रामाज्ञा राय ,सुशील कुमार ,राघवेंद्र कुमार राय हेमंत कुमार,प्रियरंजन कुमार रामलगन राय, साहेब राय,अमरेंद्र चौधरी, रामनरेश राय ,संतोष कुमार, अजय कुमार, टुनटुन कुमार, विकास कुमार सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

अखिल भारतीय चनऊ महासभा ने अधिकार रैली कर सत्ता में हिस्सेदारी व पर्याप्त राजनीतिक भागीदारी मांगी है। मंगलवार को बापू सभागार में आयोजित अधिकार रैली के मंच से नेताओं ने चनऊ समाज को अतिपिछड़ा वर्ग में शामिल करने की मांग प्रमुखता से उठाई। कहा कि चनऊ समाज का इतिहास जुझारू है। इस जाति के लोगों की बहुलता मुख्यतः पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, गोपालगंज, छपरा, भागलपुर और सीतामढ़ी में है। बिना चनऊ समाज के समर्थन से इन चारों जिलों में किसी भी दल या नेता का चुनाव जीतना संभव नहीं है। बावजूद इसके इस समाज को न सत्ता में भागीदारी मिलती है और न ही राजनीतिक महत्व। चनऊ समाज के साथ भेदभाव किया जाता रहा। चनऊ समाज अब यह सब बर्दाश्त नहीं करेगा और अपनी हक की मांग के लिए लड़ाई लड़ेगा। अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णानंद सिंह ने की। कहा कि संख्या बल के हिसाब से भी हम निर्णायक स्थिति में हैं। हम प्रदेश की राजनीति में सबसे ज्यादा उपेक्षित हैं। सभी दलों ने सिर्फ वोट के लिए हमारा इस्तेमाल किया। इसलिए अब जो भी दल हमारे समाज को राजनीतिक भागीदारी देगा, चनऊ समाज उसी को समर्थन करेगा। मौके पर राम इकबाल राय क्रांति, जदयू के पूर्व विधायक प्रभात रंजन सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्णानंद सिंह, राजकुमार सिन्हा, अनिल सिन्हा, प्रो. राजकुमार सिंह, प्रेम सिंह, राम सिंह, रामेश्वर सिंह, मनोज सिंह, बच्चा सिंह, डब्लू सिंह, हिमांशु सिंह, विनय कुमार सिंह, कामेश्वर सिंह, पंकज सिंह, चंद्रिका सिंह, अशोक सिंह, हरिशंकर सिंह आदि ने विचार रखे।

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