जोधपुर में प्रमुख खेल – कुश्ती :-
रियो ओलिंपिक के बाद अब कुश्ती सीखने के लिए अखाड़ों और स्टेडियम में बच्चों और युवाओं की भीड़ बढ़ती जा रही है। ऐसे में बच्चों के लिए किस तरह का अखाड़ा या अकैडमी ठीक रहेगी, वहां क्या सुविधाएं होनी चाहिए। इसके बारे में बता रहे हैं
अखाड़े की साख :-
किसी भी अखाड़े का रिजल्ट वहां के पहलवानों के नैशनल और इंटरनैशनल लेवल पर मेडल जीतने पर निर्भर करता है। जिस अखाड़े के पहलवानों ने जितने ज्यादा मेडल जीते होंगे, वह उतना ही पॉपुलर होगा और वहां सीखने वालों की संख्या भी सबसे ज्यादा होगी। इसके अलावा अखाड़े या ट्रेनिंग सेंटर में सीख रहे बच्चों से वहां के बारे में जानकारी ली जा सकती है।
यह भी देखना चाहिए कि वहां अभी कुश्ती सिखाने में परंपरागत तकनीकों का सहारा लिया जा रहा है या नई तकनीक भी इस्तेमाल की जा रही हैं।
सुविधाओं का स्तर :-
एक अच्छे अखाड़े में आधुनिक पहलवानी की सारी सुविधाएं होनी चाहिए। सबसे पहले तो कुश्तीæ सीखने के लिए मैट की व्यवस्था हो। अब किसी भी लेवल की कुश्ती मैट पर ही होती है।
अगर मैट वाले हॉल में एसी हो तो बेहतर है। बिना एसी वाले हॉल में प्रैक्टिस के दौरान ज्यादा पसीना आने से पहलवानों को बहुत जल्दी थकान होनी लगती है। एसी वाला हॉल रहेगा तो पहलवान देर तक प्रैक्टिस कर पाएंगे।
लेटेस्ट इक्विपमेंट के साथ जिम होना चाहिए। अखाड़े में अगर सोना बॉथ की सुविधा हो तो बहुत अच्छा रहता है।
कोच :-
उस अखाड़े में सिखाने वाले कोच कैसे हैं, इस पर भी काफी कुछ निर्भर करता है। कोच के पास नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स (एनआईएस) पटियाला से डिप्लोमा होना चाहिए। स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया इसे चलाती है।
कई जगह पूर्व पहलवान भी कोचिंग देते हैं। इसके लिए यह देखना चाहिए कि वह शख्स (पहलवान) नैशनल या इंटरनैशनल लेवल तक खेला हो। यह भी ध्यान रखें कि अच्छा पहलवान जरूरी नहीं कि अच्छा कोच भी हो।
गोला फेंक :-
मुख्यमंत्रीबजट घोषणा के तहत यहां चल रही जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता में मंगलवार को एथलेटिक्स प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें विभिन्न स्पर्धाओं में करीब 200 बालक-बालिकाओं ने भाग लिया। समापन समारोह में पार्षद सीमा माथुर मुख्य अतिथि थीं। गोला फेंक में राष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता गुरजीत कौर ने अध्यक्षता की। राष्ट्रीय एथलेटिक में स्वर्ण पदक विजेता बाबूलाल भंडारी और रामपाल जाट विशिष्ट अतिथि थे। खेल अधिकारी सोहनलाल चौधरी ने मेहमानों का स्वागत किया।
परिणाम: बालकवर्ग की 100 मीटर दौड़ में सुखराम प्रथम, महेंद्र पटेल द्वितीय कुंदन तृतीय। 400 मीटर दौड़ में राधेश्याम प्रथम, पिंटू द्वितीय गुमानाराम तृतीय। 1500 मीटर दौड़ में राधेश्याम प्रथम, अर्जुन सिंह द्वितीय रावलराम तृतीय रहे। बालिका वर्ग की 400 मीटर दौड़ में संजू चौधरी प्रथम, यशस्वी द्वितीय चारु तृतीय। 1500 मीटर दौड़ में पूजा प्रथम, दीपिका द्वितीय चारु तृतीय। 3 हजार मीटर दौड़ में पूजा प्रथम, उमा चौधरी द्वितीय राधा चौधरी तृतीय। गोला फेंक, भाला फेंक, तश्तरी फेंक, लंबी और ऊंची कूद तिहरी कूद स्पर्धाएं भी हुईं। बुधवार को उम्मेद स्टेडियम में हैंडबॉल प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
Conclusion:- दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हमने जोधपुर में प्रमुख खेल के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। इसलिए हम उम्मीद करते हैं, कि आपको आज का यह आर्टिकल आवश्यक पसंद आया होगा, और आज के इस आर्टिकल से आपको अवश्य कुछ मदद मिली होगी। इस आर्टिकल के बारे में आपकी कोई भी राय है, तो आप हमें नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।
यह भी पढ़ें:- Disha Classes Jodhpur
अगर हमारे द्वारा बताई गई जानकारी अच्छी लगी हो तो आपने दोस्तों को जरुर शेयर करे tripfunda,in आप सभी का आभार परघट करता है {धन्यवाद}
Contact With us | ||||||||
Join Our Telegram Channel | ||||||||
Latest Google Web Stories | ||||||||
Home Page |