जोधपुर में प्रमुख संस्थाएं

जोधपुर में प्रमुख संस्थाएं, भागवत कथा सेवा संस्था,भारत विकास परिषद संस्था, भयदान सेवा संस्था, कैवल्य सेवा संस्थान, राजस्थान के प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थल, जोधपुर में प्रमुख संस्थाएं के लिए इमेज, प्रशिक्षण संस्थान, जय अम्बे जेट संस्थान ,कैवल्य सेवा संस्थान, भागवत कथा सेवा संस्था , भारत विकास परिषद संस्था , अभयदान सेवा संस्था , कैवल्य सेवा संस्थान , जोधपुर की प्रसिद्ध चीजें , जोधपुर किले की फोटो , जोधपुर का पुराना नाम क्या है , जोधपुर कितना किलोमीटर है , जोधपुर राजघराने हिस्ट्री , जोधपुर का इतिहास , जोधपुर के राजा का नाम , जोधपुर शहर की जनसंख्या ,

जोधपुर में प्रमुख संस्थाएं

भागवत कथा में ललित व्यास सम्मानित :-
उष्ट्र वाहिनी मंदिर में देवी भागवत कथा सोमवार को शुरू हुई। इस दौरान पूर्व न्यायाधीश गोपालकृष्ण व्यास एवं विधायक सूर्यकांता व्यास ने संगीत के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए भजन गायक ललित व्यास “लालजी” को सम्मानित किया। श्रोताओं की फरमाइश पर लालजी ने स्वरचित कृष्ण भजन कितना प्यारा नंद दुलारा’ सहित अनेक भजन पेश किए। बुधवार को कथा की पूर्ण आरती होगी। जोधपुर में प्रमुख संस्थाएं |

भारत विकास परिषद संस्था :-
भारत विकास परिषद की 60 साल पहले संस्था की नींव पड़ी थी। अध्यक्ष डॉ. प्रभात माथुर ने कहा कि हमने समाज सेवा का बीड़ा उठाया और रास्ता आगे से आगे मिलता गया। वे गुरुवार को संस्थान में परिषद को श्री जागृति संस्थान की ओर से सर्वश्रेष्ठ संस्था पुरस्कार ग्रहण करने के दौरान बोल रहे थे। परिषद के सचिव सुरेशचंद्र भूतड़ा ने कहा कि सम्मान जिम्मेदारी भी देता है। हमने जो राह अपनाई है, उससे कभी विमुख नहीं होंगे। संस्थान अध्यक्ष दिलीप केसानी ने परिषद के पदाधिकारियों को माला पहनाई और प्रशस्ति-पत्र सौंपा।
राष्ट्रसंत ललितप्रभ सागर ने कहा कि जैसे बिना पानी की नदी और बिना पैसे का व्यापार बेकार है वैसे ही बिना प्रेम का परिवार व्यर्थ है। जिस घर में भाई-भाई, सास-बहू, देवरानी- जेठानी, पिता-पुत्र प्रेम और मिठास से रहते हैं, वहां लक्ष्मी की कृपा कभी कम नहीं होती है। वे गांधी मैदान में आयोजित सत्संगमाला में परिवार सप्ताह के चौथे दिन कैसे घोलें रिश्तों में प्रेम और मिठास विषय पर जनमानस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर आपके घर में भाइयों के बीच धन का बंटवारा हो रहा हो तो सबसे पहले आप अपना हिस्सा मांगना और कहना कि आप सब कुछ ले लीजिए, पर माता-पिता की सेवा मेरे हिस्से में दे दीजिए। चातुर्मास समिति के सोहनलाल वडेरा ने बताया कि शुक्रवार को संत चंद्रप्रभ सुबह 8:45 बजे नई पीढ़ी को कैसे दें सही संस्कार विषय पर प्रवचन देंगे।
अमरनगर में वीरर| विजय महाराज ने कहा कि विश्व में पूजित शक्तियों का आधार नमस्कार महामंत्र है। णमो अरिहंताणं, णमो सिद्धाणं,णमो आयरियांण, णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्व साहूणं। यह नमस्कार महामंत्र सर्वोत्कृष्ट मंत्र है, मंत्राधिराज है। नमस्कार महामंत्र सर्वदा सिद्ध मंत्र है। इसमें समस्त रिद्धियां और सिद्धियां विद्यमान हैं। नमस्कार महामंत्र में जिन परमेष्ठी भगवंतों की आराधना की जाती है उनमें तप, संयम, त्याग, वैराग्य आदि सात्विक गुण होते हैं। अरिहन्त, सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय और साधु, ये पांच परम इष्ट हैं। इनको नमन करना नवकार मंत्र है।

Best Covid Hospital in sirohi 

अभयदान सर्वश्रेष्ठ विजय महाराज संस्थान :-
महावीर भवन निमाज की हवेली में चल रहे कार्यक्रम में साध्वी राजमती ने कहा कि संसार के सभी प्रकार के दानों में अभयदान सर्वश्रेष्ठ है। अभय का अर्थ है -भय से मुक्त करना, सांसारिक आत्माएं दुनिया में अनेक प्रकार के भय से त्रस्त हो रही है। साध्वी डॉ. राजरश्मि ने कहा कि पूरी जिंदगी मेहनत करके धनवान बने व्यक्ति को पैसों का मूल्य समझ में आता है, परंतु उसे यह नहीं मालूम है कि मनुष्य भव कितनी पुण्य राशि एकत्र करने के बाद मिला है। मेहनत से जुटाए पैसों को खर्च करने में जितनी सजगता है, उतनी सजगता जीवन जीने में रखी जाए तो आत्मा का कल्याण हो जाए।
यदि विश्वास हो तो भगवान खंभे से भी प्रकट हो सकते हैं : रामप्रसाद महाराज
इच्छापूर्ण बालाजी सब्जी मंडी के सामने चल रहे चातुर्मास में रामप्रसाद महाराज ने श्री मद्भागवत कथा में प्रह्लाद चरित्र का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि दैत्यराज हिरण्यकश्यप के चार पुत्रों में सबसे छोटा पुत्र हिरण्यकश्यप था, लेकिन वह गुणों के आधार पर सबसे बड़ा था। भक्त प्रह्लाद को बचाने के लिए भगवान नृसिंह रूप धरकर खंभे से प्रकट हुए। प्रह्लाद को विश्वास था कि मेरे भगवान इस समय खंभे में भी हैं। उसी विश्वास को पूर्ण करने के लिए भगवान उसमेें से प्रकट हुए और हिरण्यकश्यप का वध कर भक्त प्रह्लाद की रक्षा की।

कैवल्य सेवा संस्थान :-
उत्कर्ष क्लासेज के निदेशक श्रीमान निर्मल जी गहलोत भैया जी ने, अपने जन्मदिन के शुभअवसर पर 13 स्वयंसेवी संस्थाओं का सम्मान ,शॉल, श्रीफल,सर्टिफिकेट व 11000/ राशि देकर किया। हमारे लिए बहुत ही हर्ष का विषय है कि ,इन भाग्यशाली संस्थाओं में एक नाम हमारी संस्थान का भी रहा। भैया का बहुत बहुत आभार ये मान ,सम्मान देने के लिए। मेरी जिंदगी का आज सबसे अच्छा दिन रहा,जिसे कभी भी भूल नही सकती। स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाने वाला दिन रहा।
मोहिनी योग कला संस्थान की तरफ से ,अशोक उद्यान में निःशुल्क शिविर का आयोजन श्रीमती मुक्ता माथुर जी द्वारा किया गया। आज शिविर का समापन समारोह आयोजित किया गया,जिसमे उत्कर्ष क्लासेज के निदेशक श्रीमान निर्मल जी भैया,जोधपुर के प्रथम नागरिक श्रीमान घनश्याम जी ओझा, पूर्व न्यायाधीश जस्टिस एन०एन० माथुर साहब, ललित जी भाईसाहब, ओर महाराज सा द्वारा कैवल्य सेवा संस्थान को भी मिला सम्मान। योग गुरु मुक्ता जी माथुर का बहुत बहुत आभार। मंच संचालन मेरे भाई महेंद्र जी उपाध्याय का भी बहुत बहुत आभार, आपने सभी को कैवल्य सेवा संस्थान के बारे में जानकारी दी।

जोधपुर की पूरी जानकारी 

Leave a Comment