मोटा राजा उदयसिंह कौन थे

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मोटा राजा उदयसिंह का इतिहास 

  • राव चन्द्रसेन के बडे़ भ्राता उदयसिंह नागौर दंरबार में अकबर की सेवा कर आ चुके थे
  • अतः इनकी वीरता व सेवा से प्रसन्न हो अकबर ने उन्हें 4 अगस्त, 1583 को जोधपुर का षासक बना दिया राव उदयसिंह जोधपुर के प्रथम षासक थे
  • जिन्होने मुगल अधीनता स्वीकार कर अपनी पूत्री मानीबााई का विवाह षाहजादा सलीम से कर मुगलो से वैवाहिक संबंध स्थापित किये राव उदयसिंह ने अकबर को अनेक युद्धों में विजय दिलवाई और अन्ततः 1595 में लाहौर में इनका स्वर्गवास हुआ
  • मोटा राजा उदयसिंह ने मालदेव के समय प्रारंभ हुई सतत युद्ध की स्थिति को समाप्त कर जोधपुर रियासत को सुख शांति से जीने का अवसर उपलब्ध कराया
    राव उदयसिंह की मृत्यु के बाद उनके पुत्र षूरसिंह जी सन् 1595 में जोधपुर के सिंहासन पर आसीन हुए बादषाह अकबर ने षूरसिह जी की वीरता से प्रसत्र हो 1604 ई. में इन्हेें ‘सवाई राजा‘ की उपाधि से सम्मानित किया षाहजाा खुर्रम के मेवाड़ अभियान में षूरसिंह जी ने उसका पूरा साथ दिया था
  • षूरसिंह जी बड़े प्रतापी व बुद्धिमान राजा थे राव मालदेव के बाद इन्होने की मारवाड़ राज्य की वास्तविक उन्नति की षूरसिंह के बाद उनके पुत्र राव राजसिंह को उपाधि दी एवं इनके घोडो को शाही दाग से मुक्त कर दिया
  • सन् 1638 में आगरे में इनका देहान्त हो गया। वही यमुना किनारे इनकी अन्त्येष्टि की गई।

मोटा राजा उदयसिंह की जीवनी 

  • राजपूताना भूमि को उसके योद्धा पुत्रों की साहस और बहादुरी के रूप में जाना जाता है
  • उनके खून से रंगी हुई रेगिस्तान की मिट्टी जो इन महान योद्धाओं के लिए जानी जाती है
  • उनकी महिमा का प्रतीक है मेवाड़ की धरती पर कई महान योद्धाओं ने जन्म लिया है
  • शिष्टता वीरता और स्वतंत्रता के लिए जाने जाते थे लेकिन हर सिक्के का एक और पहलु होता है
  • हर युग में कुछ अजीब जरूर देखने को मिला है।
    सिवाना के कल्याणदास राठौड़ ने उदयसिंह और जहाँगीर को मारने की धमकी दी
  • उदयसिंह ने अपनी बेटी जगत गोसाई का विवाह जहाँगीर के साथ निर्धारित किया था
  • यह ज्ञान होने के पश्चात् अकबर ने सिवाना पर हमला कर दिया
  • इसमें कल्याणदास अपने लोगों के साथ वीरगति को प्राप्त हुये और सिवाना की महिलाओं ने जौहर कर लिया।

मोटा राजा उदयसिंह की हत्या 

  • उदयसिंह प्रथम इन्हें कभी-कभी उदयकरण या उदाह या ऊदा के नाम से भी जाने जाते थे
  • ये एक मेवाड़ साम्राज्य के महाराणा थे ये महाराणा कुम्भा के पुत्र थे जब राणा कुंभा एकलिंगजी की प्रार्थना कर रहे थे
  • उदय सिंह प्रथम ने उनकी हत्या कर दी और खुद को शासक घोषित कर दिया था
  • वह एक क्रूर शासक थे 1473 में उनकी मौत बिजली गिरने से हुई
राजस्थान के सम्राट

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