राव का इतिहास , बीकानेर का इतिहास , बीकाजी कंपनी , राव जैसल कौन थे , बीकानेर के राठौड़ का इतिहास , बीकानेर की कहानी , बीकानेर दरबार , राव बीका कौन थे ,
राव बीका कौन थे
जोधपुर के संस्थापक राव जोधा के पुत्र राव बीका ने अपने पिता से अलग होकर सरदारों के साथ एक नये राज्य की स्थापना करने के लिए जंगल प्रदेश की ओर प्रस्थान किया और मां करणी के आशीर्वाद से अनेक छोटे-बड़े स्थानों एवं कबीलो को जीतकर जांगल प्रदेश में सन 1456 में राठौड़ राजवंश की स्थापना की और 1488 में बीकानेर नगर को बसा कर उसे अपनी राजधानी बनाया राव बिका अपने राज्य को दूर-दूर तक विस्तृतकर करते रहे सन 1504 में राव बिका का स्वर्गवास हो गया था |
यह भी पढ़े : राव जैसल कौन थे
राव बिका मां करणी के अनन्य भक्त होने के मां करणी का देशनोंक में मूर्ति प्रतिष्ठापित की और माता करणी का भव्य मंदिर बनवाया कहा जाता है कि राव बिका पर मां करणी का आशीर्वाद प्राप्त हुआ था |
राव बिका के बाद बीकानेर की राजगद्दी पर राव बिका का पुत्र राव लूणकरण ने बीकानेर की गद्दी को संभाला क्योंकि राव लूणकरण शक्तिशाली योद्धा माना जाता था लूणकरण ने अपनी शक्ति से बीकानेर राज्य का पर्याप्त विस्तार किया और जैसलमेर के नरेश रावल जैतसी को हराकर उसे समझौता के लिए बाध्य किया और सन 1526 में उन्होंने नारनोल के नवल पर आक्रमण किया और घोसा स्थान पर हुवे युद्ध में राव लूणकरण मारे गये उसके बाद में बिकानेर की राजगद्दी पर उसका बैठा राव जैतसी बैठे |
जैसलमेर की पूरी जानकारी |
Contact With us | ||||||||
Join Our Telegram Channel | ||||||||
Latest Google Web Stories | ||||||||
Home Page |